शनिवार, 3 जुलाई 2010

Welcome back to me plzzzzzzzzzz yaarrrrrrr

और दोस्तों की हाल से तुवाडा चलो छोड़ो काफी दिनों मै मिल रहे हो केसे हो और सुनाओ कुछ नै ताज़ा चलो छोड़ो मै ही सुनाता है आज कल मेरे ऑफिस में नया बुडा ( बूडा तो क्या ठरकी बुडा कह सकते है ) उसके बारे मै कुछ नई कहानिया जोड़ी है एक एक करके सूना शुरू करता हु वेसे तो वो कुछ शरीफ से है मगर ठरकी बोलने से कुछ मसाला मिल जाता है 

चलो क्या आप को पता है वो १० किलो रस्गुले खाजाते है अरे आप को केसे पता चलेगा मैंने तो बताया ही नहीं यार आप रस्गुले भेजो अपने आप पता चल जायेगा बिहारी बाबू बहुत कमाल के है हमेशा एक न एक कहानी होती है उनके पास और दुनिया की सारी घटनाएं उनके साथ ही घटित होती है चलो वो अब मेरे पास आचुके है और देख रहे है की मै क्या लिख रहा हूँ उनके बारे मै मेरा स्वभाव ही ऐसा है मै बाहुत ही शरीफ और सीधा इंसान हूँ बस हफ्ते मै पांच दिन बीयर पिता हूँ साथ मै ताश भी खेलही लेता हूँ चलो छोड़ो क्या हुआ कुआँ नहीं करता सब करते है मै मस्त हूँ ना प्रशन भी खुद करता ही और उत्तर भी खुद ही देता हूँ वाह वाह वाह क्या बात है

काहनी अगली बार सुनाऊंगा sms bhete raha kro yaar kya hua esi bhi kya narajgi hai kam se kam e-mail to kro koi to kro wo nahi jo tum soch rehe ho achi e-mail kro ok

byeeeeeeeee